सबसे पहले तो यह समझ लेना चाहिए कि ऐसी कोई वस्तु या जादू की पुडिया नहीं होती, जिसको खा लेने से याददाश्त एकदम बढ़ जाये। मानसिक ताक़त देने वाली कुछ वस्तुएँ अवश्य हैं जैसे अखरोट, बादाम, किशमिश और गाय का घी-दूध, जिनके सेवन से मनुष्य अधिक मानसिक श्रम करने के योग्य बनता है।
याददाश्त बढ़ाने के लिए एकाग्रता का अभ्यास करना आवश्यक होता है। जितनी अधिक एकाग्रता होगी याददाश्त उतनी ही अधिक अच्छी होगी। किसी बात को बहुत ध्यानपूर्वक पढ़ने या सुनने से वह बात याद होने की संभावना अधिक होती है। इसलिए जिस बात को हम याद करना और याद रखना चाहते हैं उसे ध्यानपूर्वक समझ लेना चाहिए और दो तीन बार दोहरा लेना चाहिए।
एकाग्रता बढ़ाने के लिए अनुलोम-विलोम प्राणायाम और त्राटक क्रिया बहुत उपयोगी हैं। कमज़ोर स्मरणशक्ति वालों को इनका अभ्यास अवश्य करना चाहिए।
विजय कुमार सिंघल
चैत्र पूर्णिमा, सं. २०७३ वि.
चैत्र पूर्णिमा, सं. २०७३ वि.
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