Pages

Monday 21 March 2016

डायबिटीज़ और उच्च रक्तचाप की प्राकृतिक चिकित्सा

उपचार
* प्रातः काल 6 बजे उठते ही एक गिलास गुनगुने पानी में आधा नीबू का रस और एक चम्मच शहद घोलकर पियें। फिर 5 मिनट बाद शौच जायें।
* शौच के बाद 3 मिनट तक पेड़ू (नाभि से नीचे का पेट का आधा भाग) पर खूब ठंडे पानी में तौलिया गीली करके पोंछा लगायें, फिर टहलने जायें। कम से कम डेढ़-दो किमी टहलें। 
* टहलने के बाद कहीं पार्क में या घर पर नीचे दी गयी क्रियाएं करें।
- पवनमुक्तासन 1-2 मिनट (विधि पृष्ठ 51 पर)
- भुजंगासन 1-2 मिनट (विधि पृष्ठ 51 पर)
- रीढ़ के व्यायाम (विधि पृष्ठ 48-49 पर)
- कपालभाति प्राणायाम 100 बार से बढ़ाते हुए 300 बार तक (विधि पृष्ठ 57 पर)
- अनुलोम विलोम प्राणायाम 1 मिनट से बढ़ाते हुए 5 मिनट तक (विधि पृष्ठ 57 पर)
- अग्निसार क्रिया 3 बार (विधि पृष्ठ 59 पर)
- उद्गीत (ओंकार ध्वनि) 3 बार (पृष्ठ 59 पर)

भोजन
* व्यायाम के बाद खाली पेट लहसुन की तीन-चार कली छीलकर छोटे-छोटे टुकड़े करके सादा पानी से निगल लें या चबायें।
* नाश्ता प्रातः 8 बजे - अंकुरित अन्न या दलिया या एक पाव मौसमी फल और एक कप गाय का बिना मक्खन का दूध या छाछ।
* दोपहर भोजन 1 से 2 बजे- रोटी, सब्जी, सलाद, दही (दाल चावल कभी-कभी कम मात्रा में)
* दोपहर बाद 4 बजे - किसी मौसमी फल का एक गिलास जूस या नीबू-पानी-शहद
* रात्रि भोजन 8 से 8.30 बजे - दही छोड़कर दोपहर जैसा। भूख से थोड़ा कम खायें।
* परहेज- चाय, काफी, कोल्ड ड्रिंक, बिस्कुट, चीनी, मिठाई, फास्ट फूड, अंडा, मांस, मछली, शराब, सिगरेट, तम्बाकू बिल्कुल नहीं।
* फ्रिज का पानी न पियें। मिर्च-मसाले तथा नमक कम से कम लें।
* दिन भर में कम से कम तीन लीटर सादा पानी पियें। हर सवा या डेढ़ घंटे पर एक गिलास। जितनी बार पानी पीयेंगे उतनी बार पेशाब आयेगा। उसे रोकना नहीं है। भोजन के बाद पानी न पियें। केवल कुल्ला कर लें। उसके एक घंटे बाद एक गिलास सादा या गुनगुना पानी पियें।
* रात्रि 10-10.30 बजे सोते समय एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें।
* सभी तरह की दवायें बिल्कुल बंद रहेंगी।
विशेष
* यह कार्यक्रम डायबिटीज़ के सभी रोगियों के लिए है और समान रूप से उपयोगी है। रोगमुक्त होने में रोग के स्तर के अनुसार एक से तीन महीने तक कम या अधिक समय लग सकता है।
* जो लोग इंसुलिन के इंजेक्शन लेते हैं वे इंजेक्शन लेना तुरंत बंद न करें, बल्कि यह कार्यक्रम शुरू करके प्रति सप्ताह शुगर की जाँच करायें और उसके अनुसार धीरे धीरे इंजेक्शन कम करते हुए बंद करें।
* शीघ्र लाभ के लिए सायंकाल भी पेडू पर ठंडे पानी का पोंछा लगाकर टहलने जायें।
विजय कुमार सिंघल

No comments:

Post a Comment