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Wednesday 20 February 2013

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नाम एक खुला पत्र


माननीय मुख्यमंत्री जी, 

पिछले विधानसभा चुनावों में प्रदेश की जनता ने आपकी पार्टी को पूर्ण बहुमत दिया और आपकी पार्टी ने आपको मुख्यमंत्री चुना, तो लगा कि अब प्रदेश का तेजी से विकास होगा, क्योंकि आपको अपनी कुर्सी बचाने के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति नहीं करनी पड़ेगी और न सहयोगी दलों के दबाब में आना पड़ेगा। लेकिन आपका लगभग एक वर्ष का कार्यकाल देखने के बाद हमें बहुत निराशा हुई है। इसके निम्नलिखित कारण हैं-

1. आपका ध्यान केवल अपने अल्पसंख्यक अर्थात् मुस्लिम वोट बैंक को बनाये रखने पर लगा हुआ है और प्रदेश की आर्थिक हालत की चिन्ता किये बिना उसका धन खुले हाथों मुस्लिमों पर लुटा रहे हैं। इसके अनेक उदाहरण दिये जा सकते हैं- केवल मुस्लिमों लड़कियों को परीक्षा पास करने पर हजारों का अनुदान देना, केवल मुस्लिमों को नये-नये वजीफे देना, केवल मस्जिदों के निर्माण और मरम्मत के लिए धन देना, उर्दू विश्वविद्यालय के लिए करोड़ों का धन देना, हज पर अधिक सबसिडी देना आदि-आदि। इसकी तुलना में आपने बहुसंख्यकों को कोई नयी सुविधा नहीं दी है और न उनके मन्दिरों के निर्माण या मरम्मत के लिए कोई धनराशि प्रदान की है। आप इस बात को नहीं समझ रहे हैं कि आपके इस प्रकार के एक तरफा निर्णयों से भले ही आपका मुस्लिम वोट तो बैंक मजबूत हो रहा है, लेकिन आप समाज में एक ऐसे भेदभाव को पैदा और चौड़ा कर रहे हैं, जिसके कुपरिणाम आगे जाकर प्रदेश को भुगतने होंगे।

2. आप भ्रष्टाचार से लड़ने की बात करते हैं, लेकिन अभी तक आपने केवल बसपा सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर किया है और उसके कई पूर्व मंत्रियों को अदालत की चौखट तक पहुँचाया है। लेकिन इतना ही पर्याप्त नहीं है। आपको यह भी देखना चाहिए कि आपके वर्तमान मंत्री और नौकरशाह भ्रष्टाचार न करें। लेकिन खेद की बात है कि अभी तक केवल चेहरे बदले हैं और मंत्रियों तथा नौकरशाहों द्वारा प्रदेश की लूट लगातार जारी है, जिस पर लगाम लगाने में आप बुरी तरह असफल रहे हैं। 

3. आप कानून-व्यवस्था बनाये रखने और अपराध रोकने के नाम पर सत्ता में आये थे। लेकिन आपके राज्य में अपराध बढ़े ही हैं और कानून-व्यवस्था बदतर हुई है। अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को मंत्री बनाकर आपने यह स्पष्ट कर दिया है कि आप अपराधों को रोकने के बारे में बिल्कुल गम्भीर नहीं हैं। 

4. आपका नया बजट पूरी तरह दिशाहीन है। इसमें प्रदेश के आधारभूत विकास का कोई ध्यान नहीं रखा गया है। आप प्रदेश में उद्योगपतियों को लाना चाहते हैं और उद्योग खोलना चाहते हैं। यह ठीक है, लेकिन बिना आधारभूत सुविधाओं के और कानून-व्यवस्था के कोई भी उद्योगपति प्रदेश में आना पसन्द नहीं करेगा। यदि आप प्रदेश का विकास चाहते हैं, तो आपको बिजली, सड़क, पानी आदि की मौलिक सुविधाओं में वृद्धि करनी होगी। 

गुजरात और बिहार ने मौलिक सुविधाओं में वृद्धि करके और कानून-व्यवस्था में सुधार करके ही उद्योगपतियों को आकर्षित किया है और अपना विकास किया है। कोई कारण नहीं कि हमारे अपने प्रदेश का विकास न हो सके। इस बारे में यदि आप नरेन्द्र मोदी जी और नीतिश कुमार जी से आवश्यक मार्गदर्शन लें तो प्रदेश के हित के लिए बेहतर होगा।

मुख्यमंत्री जी, यह ध्यान में रखें कि यदि प्रदेश का विकास होगा, तो आपकी पार्टी को भी श्रेय मिलेगा और अपने पिताश्री को देश के प्रधानमंत्री पद पर पहुँचाने का  सौभाग्य भी आपको प्राप्त होगा। इसके विपरीत यदि आप प्रदेश का विकास करने में असफल रहे और केवल अल्पसंख्यकों के एक वर्ग का विकास करते रहे, तो आप बहुसंख्यक समुदाय में अपना समर्थन खो देंगे और आपके पिताश्री का सपना भी टूट जायेगा।

हम तो प्रभु से प्रार्थना ही कर सकते हैं कि वह आपको सही रास्ता दिखाये जिससे प्रदेश का हित हो। हमारी शुभकामनायें आपके साथ हैं।

आपका ही-

विजय कुमार सिंघल
एक सजग नागरिक

(यह पत्र स्पीड-पोस्ट द्वारा मुख्यमंत्री जी को भेजा गया है।)

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