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Saturday 9 February 2013

महाभारत युद्ध के लिए दोषी कौन?


महाभारत मेरा प्रिय महाकाव्य है। इसके पात्रों की विलक्षणता और विचित्र घटनाक्रमों से मैं चमत्कृत हूँ। महाभारत पढ़ते हुए कई बार मन में प्रश्न उठता है कि वह जो महाविनाशकारी युद्ध हुआ, उसके लिए किस व्यक्ति को सबसे अधिक दोषी माना जा सकता है? विकल्प के रूप में हमारे सामने कई नाम हैं-

1. धृतराष्ट्र - जिसने अपने पुत्र-मोह में सारे वंश और देश का सर्वनाश करा दिया।

2. दुर्योधन - उसने अपनी महत्वाकांक्षा और द्वेष के कारण धर्म-अधर्म की चिन्ता नहीं की और जानबूझकर अपने वंश को सर्वनाश की ओर ढकेल दिया।

3. शकुनि - उसने अपनी बहन को जन्मांध से ब्याहने का बदला लेने के लिए कुरुवंश का सर्वनाश कराया। वह अपमान सहकर भी हस्तिनापुर में बना रहा और दुर्योधन की महत्वाकांक्षा में हवा भरता रहा। उसी ने कौरवों और पांडवों में द्वेष पैदा किया।

4. भीष्म - उन्होंने अपनी व्यक्तिगत प्रतिज्ञा के पालन के दम्भ में देश-हित की चिन्ता नहीं की। यह जानते हुए भी कि दुर्योधन असत्य के रास्ते पर है और पांडव सत्य के मार्ग पर हैं, उन्होंने असत्य का साथ दिया।

5. कर्ण - अपनी जातिगत हीनभावना के कारण वह अर्जुन और पांडवों से द्वेष करता रहा और दुर्योधन को हमेशा यह विश्वास दिलाता रहा कि युद्ध को तो मैं अकेला ही जीत लूँगा।

6. युधिष्ठिर - उन्होंने अपने भाइयों और पत्नी तक को जुए में दाँव पर लगाकर अनजाने ही युद्ध और विनाश के बीज बोये थे।

7. द्रोपदी - उन्होंने अपने पतियों को अपने अपमान का बदला चुकाने के लिए युद्ध करने पर मजबूर किया।

8. द्रोणाचार्य - पांचाल नरेश द्रुपद के प्रति अपनी व्यक्तिगत दुर्भावना के कारण उन्होंने युद्ध को रोकने की कोशिश नहीं की और असत्य का पक्ष लिया।

इनके अलावा और भी कई नाम हो सकते हैं, जिनको महाभारत युद्ध के लिए दोषी ठहराया जा सकता है, जैसे- द्रुपद, धृष्टद्युम्न, कृष्ण, पांडु, कुन्ती, गांधारी, दुःशासन, कृपाचार्य, अश्वत्थामा आदि।

मैं यह जानना चाहता हूँ कि अन्य ब्लागर एवं पाठक बंधु इस बारे में क्या सोचते हैं। कृपया सब अपनी-अपनी राय कारण सहित बतायें। उन सबका मनन करके मैं अपना निष्कर्ष प्रस्तुत करूँगा।

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