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Monday 14 October 2013

हाथों के दर्द की सरल चिकित्सा

हमारी पाँचों कर्मेन्द्रियों में हाथ सबसे प्रमुख हैं। हम अपने लगभग सभी कार्य हाथ की सहायता से करते हैं। इसलिए हाथ का एक पर्यायवाची ‘कर’ भी है। अन्य सभी अंगों की तरह हाथ से ज्यादा काम लेने से इसमें भी थकान आती है और दर्द होने लगता है। कम्प्यूटर पर कार्य करने वालों का तो सारा कार्य ही हाथों से होता है, क्योंकि कीबोर्ड और माउस पर हाथ ही कार्य करते हैं। अधिक देर तक कीबोर्ड पर लगातार कार्य करने से उँगलियों और हथेली में दर्द होने लग जाता है। इसी तरह माउस अधिक चलाने से पूरी हथेली में दर्द होने लगता है और बार-बार क्लिक करने से वह उँगली भी दर्द करने लगती है। यहाँ तक कि क्लिक करना और माउस चलाना बहुत कष्टप्रद हो जाता है। यदि यह समस्या तत्काल दूर न की जाये, तो दर्द स्थायी बन जाता है। 

आजकल कम्प्यूटरों पर कार्य करने वालों की संख्या बहुत बढ़ गयी है, इसलिए हाथों के दर्द की शिकायत भी बहुत बढ़ गयी है। यहाँ मैं कुछ ऐसे उपाय और व्यायाम बता रहा हूँ जिनसे हाथों का दर्द सरलता से और गारंटी से दूर किया जा सकता है।

1. सबसे पहले तो जैसे ही हाथों या उँगलियों में दर्द प्रारम्भ हो, सभी कार्य बन्द कर देने चाहिए और कुछ मिनट हाथों को विश्राम देना चाहिए। यदि सम्भव हो, तो उसी समय हाथों को ठंडे पानी से धो लेना चाहिए। इससे दर्द से तत्काल बहुत आराम मिल जायेगा।

2. फिर नीचे लिखे व्यायाम करने चाहिए।
उँगलियाँ- दोनों हाथ आगे करके उँगलियों को फैला लीजिए। अब उँगलियों की हड्डियों पर जोर डालते हुए धीरे-धीरे मुट्ठी बन्द कीजिए और झटके से खोलिए। मुट्टी बन्द करते समय एक बार अँगूठा बाहर रहेगा और एक बार भीतर। ऐसा 10-10 बार कीजिए।

कलाई- (1) दोनों हाथ आगे करके हथेलियों को फैला लीजिए और उँगलियों को मिला लीजिए। अँगूठा भी उँगलियों से चिपका रहेगा। अब हथेली को खड़ा रखते हुए भीतर की ओर कलाई पर से मोडि़ये। फिर पूर्व स्थिति में लाइ़ए। ऐसा 10-15 बार कीजिए। (2) अब हथेली को खड़ा रखते हुए बाहर की ओर कलाई पर से मोडि़ये। फिर पूर्व स्थिति में लाइ़ए। ऐसा 10-15 बार कीजिए। (3) दोनों मुट्ठियाँ बन्द कर लीजिए। अँगूठा भीतर रहेगा। कलाई को स्थिर रखकर मुट्ठियों को गोलाई में एक दिशा में 10 बार घुमाइए। इसी प्रकार 10 बार उल्टी दिशा में घुमाइए।

कोहनी- (1) दोनों हाथ सामने करके हथेलियों को ऊपर की ओर खोलकर फैला लीजिए। उँगलियाँ और अँगूठा चिपके रहेंगे। अब हाथ को सीधा रखकर झटके से कोहनी पर से मोड़ते हुए उँगलियों से कंधों को छूइए। फिर खोल लीजिए। ऐसा 10-10 बार कीजिए। (2) यही क्रिया हाथों को दायें-बायें फैलाकर 10-10 बार कीजिए। (3) यही क्रिया दोनों हाथों को ऊपर खड़ा करके 10-10 बार कीजिए।

इन सभी व्यायामों को करने में मुश्किल से 5 मिनट लगते हैं। इसलिए ये कभी भी और कहीं भी किये जा सकते हैं। वैसे इनको अपने नियमित दैनिक व्यायामों में शामिल कर लेना चाहिए।

3. यदि हाथों में दर्द अधिक हो और स्थायी हो गया हो, तो ताली बजाने से धीरे-धीरे ठीक हो जाता है। इसके लिए प्रतिदिन किसी भी समय कम से कम एक हजार बार तालियाँ बजानी चाहिए। तालियाँ न अधिक जोर से और न अधिक धीरे से बजायी जायें। सारी उँगलियाँ खोलकर आराम से इस तरह तालियाँ बजाइए कि सारी उँगलियाँ और दोनों हथेलियाँ आपस में टकरायें। ताली बजाने से और भी अनेक लाभ होते हैं, जिनको आप स्वयं अनुभव कर लेंगे।

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